पेपर कप मेकिंग बिजनेस: मशीन की पूरी जानकारी, लागत और ₹1.5 लाख/महीना कमाई का तरीका

पेपर कप मेकिंग बिजनेस: पूरी जानकारी, कमाई और मशीन की LIVE डेमो

अगर आप एक लाभदायक और डिमांडिंग बिजनेस की तलाश में हैं, तो पेपर कप मेकिंग एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। हमने दिल्ली के नांगलोई इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित ‘स्मॉल बिजनेस सॉल्यूशन’ कंपनी का दौरा किया और उनकी ऑटोमेटिक पेपर कप मशीन के बारे में पूरी जानकारी ली। आइए, आपको भी इस बिजनेस के हर पहलू से रूबरू कराते हैं।

कंपनी परिचय

हमारी मुलाकात सबसे पहले कंपनी की डायरेक्टर (मैम) से हुई। उन्होंने बताया कि स्मॉल बिजनेस सॉल्यूशन 50 से अधिक प्रकार की मशीनों के साथ काम करती है, जिनमें फूड आइटम से लेकर मार्केटिंग आइटम तक शामिल हैं। कंपनी का एक विशाल गोदाम है जहाँ सभी मशीनें Ready Stock में उपलब्ध हैं।

आज की विशेषता: SBS-120 ऑटोमेटिक पेपर कप मेकिंग मशीन

आज की चर्चा का केंद्र थी कंपनी की एसबीएस-120 फुली ऑटोमेटिक पेपर कप मेकिंग मशीन। यह मशीन हर मिनट 120 कप बनाने की क्षमता रखती है।

मशीन ऑपरेशन और LIVE डेमो

मशीन के ऑपरेटर (भैया जी) ने इसका लाइव डेमो दिखाया और हर Feature के बारे में विस्तार से बताया:

  1. शुरुआत कैसे करें? मशीन को चलाना बेहद आसान है। एक हरे बटन (Start Switch) को दबाते ही मशीन शुरू हो जाती है।
  2. कंट्रोल पैनल: मशीन में एक अत्याधुनिक कंट्रोल पैनल है जो हीट, स्पीड (120 Cups/Minute दिखाता हुआ), और बने हुए कपों की काउंटिंग का सटीक डेटा दिखाता है।
  3. रिमोट कंट्रोल: मशीन को मैन्युअली या एक फ्लेक्सिबल रिमोट की मदद से ऑपरेट किया जा सकता है, जिससे इसे आगे-पीछे करके सेटअप में आसानी होती है।
  4. बिजली की खपत: यह मशीन सिंगल फेज और थ्री फेज, दोनों तरह के बिजली कनेक्शन पर चल सकती है। यानी, इसे आप घर पर भी लगाकर बिजनेस शुरू कर सकते हैं।
  5. कन्वेयर सिस्टम: इस मशीन की एक खास बात है इसका नया कन्वेयर सिस्टम। पुरानी मशीनों में ब्लोअर से वेस्टेज निकलता था, जो अक्सर अटक जाता था। इस नए सिस्टम में वेस्टेज आसानी और चुपचाप बाहर आ जाता है।
  6. सेंसर टेक्नोलॉजी: मशीन में कई जगह सेंसर लगे हैं। अगर कभी पेपर जाम हो जाए या कोई दिक्कत आए, तो मशीन ऑटोमेटिक बंद हो जाती है, जिससे नुकसान होने का खतरा कम रहता है।

लीकेज टेस्ट: LIVE डेमो के दौरान बनाए गए एक Random कप में पानी डालकर टेस्ट किया गया। कप में बिल्कुल भी लीकेज नहीं हुई, जो मशीन की बेहतरीन सीलिंग क्वालिटी को दर्शाता है।

मशीन के यूनिक फीचर्स

  1. ओपन कैम टेक्नोलॉजी: यह मशीन ओपन कैम टेक्नोलॉजी पर काम करती है, न कि पुराने स्टाइल के गियर बॉक्स पर। इसका फायदा यह है कि अगर कभी किसी एक पार्ट में खराबी आए तो उसे अलग से बदला या ठीक किया जा सकता है। पूरी मशीन खोलने की जरूरत नहीं पड़ती, जिससे मरम्मत आसान और सस्ती पड़ती है।
  2. ऑटोमेटिक ऑयलिंग सिस्टम: इस मशीन में मैनुअल ऑयलिंग की जरूरत नहीं है। इसमें एक ऑटोमेटिक ऑयलिंग सिस्टम लगा है, जिसमें एक डीप टैंक, ऑयल पंप और फिल्टर लगा होता है। यह सिस्टम लगातार मशीन के सभी पार्ट्स में ऑयल सप्लाई करता रहता है, जिससे मशीन की लाइफ बढ़ जाती है।

बिजनेस के फायदे और लागत

  • स्मॉल स्केल इंडस्ट्री: इस बिजनेस को स्मॉल स्केल इंडस्ट्री के तहत रजिस्टर किया जा सकता है।
  • कोई लाइसेंस नहीं: इसे चलाने के लिए किसी फायर लाइसेंस, एमसीडी लाइसेंस या प्रदूषण लाइसेंस की जरूरत नहीं पड़ती।
  • कोई खास शिक्षा जरूरी नहीं: मशीन को चलाने के लिए किसी खास शिक्षा या अनुभव की जरूरत नहीं है। कोई भी व्यक्ति इसे आसानी से चला सकता है।
  • कम जगह: मशीन को चलाने के लिए केवल 10×10 या 10×15 फीट के एक छोटे से कमरे की जरूरत होती है।

सपोर्ट और ट्रेनिंग

कंपनी की ओर से पूरा सपोर्ट दिया जाता है:

  • फ्री इंस्टॉलेशन और ट्रेनिंग: खरीदने के बाद कंपनी का टेक्निशियन आपके घर या फैक्ट्री पर मशीन इंस्टॉल करने आता है और पूरी ट्रेनिंग देता है।
  • 24×7 वीडियो कॉल सपोर्ट: अगर कोई समस्या आए तो आप 24 घंटे वीडियो कॉल के जरिए तकनीकी सहायता ले सकते हैं।
  • पैन-इंडिया सर्विस: कंपनी पूरे भारत में अपनी सर्विस उपलब्ध कराती है।

लोन और वित्तीय सहायता

मशीन की कीमत के लिए गवर्नमेंट लोन का लाभ उठाया जा सकता है। MSME (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) के तहत 10 लाख रुपये तक का लोन आसानी से मिल जाता है। कंपनी की ओर से लोन लेने में पूरी मदद दी जाती है, जिसमें कोटेशन और प्रोजेक्ट रिपोर्ट जैसे जरूरी दस्तावेज शामिल हैं।

सबसे जरूरी सवाल: कमाई कितनी होगी?

यह सबसे अहम सवाल है। इस मशीन से कमाई आपके काम के घंटों पर निर्भर करती है।

  • मशीन की क्षमता: यह एक हैवी-ड्यूटी मशीन है, जिसे दिन-रात लगातार चलाया जा सकता है। ग्राहक इसे 12-12 घंटे के शिफ्ट में चलाते हैं।
  • उत्पादन लागत और मुनाफा: एक कप बनाने की लागत लगभग 20-23 पैसे आती है। बाजार में यह कप 25-28 पैसे में बिकता है। इस तरह हर कप पर लगभग 4-5 पैसे का शुद्ध मुनाफा होता है।
  • मासिक आय: अगर मशीन को पूरी क्षमता के साथ चलाया जाए, तो आसानी से ₹1 से ₹1.5 लाख प्रति महीना का मुनाफा कमाया जा सकता है। डिमांड इतनी है कि आप थक जाएंगे, लेकिन मशीन कप बनाना नहीं थकेगी।

कैसे खरीदें?

आप कंपनी के कॉल सेंटर पर संपर्क कर सकते हैं, ऑनलाइन ऑर्डर दे सकते हैं या फिर दिल्ली स्थित उनके ऑफिस और गोदाम का दौरा करके लाइव डेमो देख सकते हैं। नजदीकी मेट्रो स्टेशन नांगलोई है।

निष्कर्ष: पेपर कप का बिजनेस प्लास्टिक बैन के बाद और भी तेजी से बढ़ा है। ‘स्मॉल बिजनेस सॉल्यूशन’ कंपनी की यह मशीन आधुनिक फीचर्स, आसान ऑपरेशन और बेहतरीन सपोर्ट के साथ एक सफल व्यवसाय शुरू करने का बेहतरीन अवसर प्रदान करती है।


नोट: यह लेख एक कंपनी के प्रोडक्ट डेमो और उनके दावों पर आधारित है। कोई भी निवेश करने से पहले स्वयं रिसर्च अवश्य करें और अन्य विकल्पों की तुलना करें।

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